मेरा नाम अमित है और मैं दिल्ली में रहता हूँ। मेरी उमर २० साल की है और मेरा मन भी सेक्स करने को करता है। और मै जब भी लड़की या औरत को देखता हूँ मेरा मन करता है कि मैं उसी वक्त उसे चोद दूँ।
मैं बहुत दिनों से चूत की तलाश में था कि एक दिन मैं अपने इंग्लिश के ट्यूशन में क्लास ले रहा था, तभी एक नई लड़की ने हमारे ट्यूशन में दाखिला लिया और वो रोज़ हमारे ग्रुप में मेरे पास बैठने लगी और हम ऐसे ही विषय में बात किया करते थे।
एक दिन हमारी बात बढ़ी और और हमारी दोस्ती प्यार में बदल गई और हम डेट पर जाने लगे।
एक दिन बारिश हो राहथ, तो मैंने कहा कि जब तक बारिश ख़त्म नहीं होती तब तक हमे इसी होटल में रहना होगा। मैंने एक कमरा किराये पर ले लिया और हम दोनों कमरे में चले गए और बातें करने लगे।
तभी जोर की विजली कड़की और रिचा मेरे गले से लग गई। मैंने जैसे ही गले से लगाया मेरा लंड खड़ा हो गया और मैंने उसे अपनी बाहों में भर लिया।
और धीरे - धीरे मैंने उसके कपड़े उतारने शुरू कर दिए। उसने थोड़ा बहुत मना किया पर ऐसी ठण्ड में वो कब तक रूकती, उसने बोलना बंद कर दिया और मेरा साथ देने लगी।
मै पूरे जोश में आने लगा और मैंने अपने और उसके कपड़े उतार फेंके और शुरू हो गई हमारी मस्ती।
मैंने उसकी चूत को पहले तो खूब मुँह से पिया और तब तक पीता रहा जब तक उसने पानी नही छोड़ा और उसके बाद मैंने अपना लंड उसकी चूत पे रख के धक्का मारने लगा। वो बहुत जोर से चीखी और रोने लगी उसकी चूत में से खून भी आने लगा। तब मै समझ गया कि इसकी अब तक सील नही खुली थी लेकिन अब मैंने उससे कहा कि अब रोने से कोई फायदा नही, अब तुम्हें तो केवल मजा ही आएगा और वो चुप हो गई। मैं उसे चोदने लगा और बाद में मैंने उसकी गांड भी मारी। सुबह तक मैं और वो सोते रहे भी एक दूसरे से चिपके रहे और सुबह होते ही फ्रेश होकर कपड़े पहन कर अपने घर चले गए और उसके बाद मैंने उसे बहुत बार चोदा ! यही थी मेरी कहानी
Sunday, December 14, 2008
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